नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर 75 रुपये का एक विशेष सिक्का भी लॉन्च किया गया। जानिए नए सिक्के से जुडी कुछ विशेषताएं

नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर रविवार को 75 रुपये का एक विशेष सिक्का लॉन्च किया गया। 
गौरतलब है कि देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ भी मना रहा है।




इस अवसर पर एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया गया। 

इससे पहले आज प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित किया और
लोकसभा कक्ष में ऐतिहासिक 'सेंगोल' स्थापित किया, जिसको  1947 में अंग्रेजों से भारतीयों को सत्ता
हस्तांतरण करने पर चिह्नित किया था। 

और इस विशेष अवसर पर 75 रुपये का एक विशेष सिक्का भी लॉन्च किया गया सिक्के के केंद्र में अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष है जिसके नीचे 'सत्यमेव जयते' लिखा हुआ है अशोक स्तंभ के बाईं ओर देवनागरी लिपि में भारत शब्द और दाहिनी परिधि पर अंग्रेजी में 'इंडिया' शब्द है।

सिक्के के पिछले हिस्से पर संसद परिसर की छवि है। ऊपरी परिधि पर शिलालेख 'संसी संकुल'
देवनागरी लिपि में और निचली परिधि पर शिलालेख 'पार्लियामेंट कॉम्प्लेक्स' अंग्रेजी में लिखा है।
साथ ही संसद परिसर की तस्वीर के नीचे अंतरराष्ट्रीय अंक में वर्ष '2023' लिखा हुआ है।

सिक्के का आकार 44 मिमी व्यास के साथ गोलाकार है और इसका वजन लगभग 35 ग्राम है।
200 सेररेशन वाला सिक्का 50 फीसदी चांदी, 40 फीसदी तांबा, 5 फीसदी निकेल और 5 फीसदी
जिंक से बना है।

पहले के संसद भवन का उद्घाटन 18 जनवरी, 1927 को तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड इरविन
द्वारा किया गया था। नए संसद भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्यसभा में 300 सदस्यों
के बैठने की क्षमता है।

संसद के पिछले भवन में लोकसभा में 543 और राज्य सभा में 250 सदस्यों के बैठने का प्रावधान
भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888
और राज्य सभा में 384 सदस्यों की बैठक कराने की व्यवस्था की गई है. दोनों सदनों का संयुक्त
सत्र अब लोकसभा चैंबर में हो सकता है.
जानिए नए सिक्के से जुडी कुछ विशेषताएं 

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