लगभग 6 महीने से चल रहे इस युद्ध का अभी तक कोई खास परिणाम तो नहीं निकला न ही युद्ध समाप्ति की और जाता दिख रहा है। लेकिन दुनिया को इस युद्ध में बहुत उतार चढ़ाव देखने को मिले।
दुनिया के सबसे आधुनिक हथियार,सबसे बड़ी आर्मी। अपने आप को सुपर पावर कहलाने वाले रूस ने जब इस युद्ध की शुरुआत की तो सबको यही लगा के रशियन आर्मी बहुत जल्द यूक्रेन पर कब्ज़ा जमा लेगी। रूस के राष्ट्रपति पुतिन को भी यही उम्मीद थी की 3 दिन में रशियन आर्मी यूक्रेन को ख़त्म कर, उस पर अपना कब्ज़ा जमा लेगी। मगर हालात कुछ और ही बदले यूक्रेन वासियों का देश के प्रति जज़्बा और देश की आज़ादी के लिए मर मिटने को तैयार हर नागरिक ने यूक्रेन आर्मी का बहुत मनोबल बढ़ाया जिससे यूक्रेन आर्मी आज तक रशियन आर्मी का डट कर सामना कर रही है। युद्ध जितना लम्बा चला यूक्रेन को और देशों की भी सहानुभूति मिली। कई देशों की तरफ से यूक्रेन को सहायता मिलने लगी। जिससे रशियन आर्मी ने युद्ध की शुरुआत में यूक्रेन के जिन क्षेत्रो पर अपना कब्ज़ा जमा लिया था उनमे से अधिकतर क्षेत्र यूक्रेन आर्मी ने वापस अपने कब्ज़े में ले लिए है। एक्पर्ट्स का मानना है यूक्रेन ने अपने आप को इस युद्ध में 80 % तक सेफ कर लिया है।
पुतिन को 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद से रूस की शक्ति और प्रभाव के नुक्सान से बहुत शिकायत है यूक्रेन पहले सोवियत संघ का हिस्सा था ,लेकिन 1991 में यूक्रेन ने अपनी सवतंत्रा की घोषणा कर दी। यही मुद्दा इस युद्ध का सबसे बड़ा कारण रहा।
Ukraine यूक्रेन ने युद्ध में वापसी कैसे की
यूक्रेन ने युद्ध में वापसी कैसे की , ऐसा क्या कारण है की यूक्रेन जैसा छोटा देश दुनिया की सबसे बड़ी आर्मी जिसके पास सुपर पावर हो , उससे डट कर मुक़ाबला कर रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है यूक्रेन के आम नागरिकों का युद्ध में सहयोग जिससे यूक्रेन आर्मी का मनोबल लगातार बढ़ रहा है। दूसरा बड़ा कारण है अमेरिका द्वारा दिए गए हाई टेक हथियार। अमेरिका द्वारा दिये गये हथियारों में यूक्रेन के लिए सबसे कारगार साबित हुआ अमेरिकन मेड रॉकेट लांचर जिसे HIMARS कहा जाता है। यह एक ऐसा आधुनिक रॉकेट है जो दूर तक जाकर एक बड़े क्षेत्र को तबाह कर देता है। इसकी ही मदद से यूक्रेन रसियन आर्मी के ट्रक्स को टारगेट बना कर काफी नुकसान पहुंचा रहा है। यूक्रेन के पास अब ऐसे आधुनिक हथियार आ चुके है जिनकी मदद से यूक्रेन ने क्रीमिया में घुस कर रशियन आर्मी के बेस को काफी नुकसान पहुंचाया है ।यूक्रेन रशिया युद्ध में अब तक यूक्रेन के लगभग 10 से 12 हज़ार सैनिक मारे जा चुके है। वहीं रशिया के 60 से 70 हज़ार सैनिक मारे जा चुके है।
रशिया के लोग देश छोड़ कर क्यों भाग रहे है
रशिया के लोग देश छोड़ कर क्यों भाग रहे है , एक तरफ यूक्रेन का बच्चा बच्चा अपने देश को बचाने के लिए लड़ने को तैयार है। वहीं दूसरी तरफ रशिया में लोग देश छोड़ कर भाग रहे है। रशिया से बहार जाने वाली सभी फ्लाइट्स फुल है टिकट का पैसा भी डबल लिया जा रहा है एयरपोर्ट्स और सड़कों पर भारी जाम है। इसके पीछे का कारण हैराष्ट्रपति पुतिन द्वारा Partial mobilization नियम लागु करना partial mobilization अर्थार्त 'आंशिक लामबंदी इसका मतलब है देश के हर आम नागरिक को युद्ध में लड़ने के लिए जाना है चाहे उसकी इच्छा हो या न हो।
दो देशों के बीच युद्ध को जब तक लोग टीवी पर देखते है , तब तक युद्ध अच्छा लगता है. जब युद्ध के प्रभाव आम नागरिको की ज़िंदगी पर पड़ते है और उन्हें इस का हिस्सा बनना पड़ता है तभी युद्ध के असली परिणामों का लोगो को पता चलता है. इसीलिए partial mobilization नियम लागु होने के बाद युद्ध से बचने के लिए रशिया के लोग देश छोड़ कर भाग रहे है।
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