नेटफ्लिक्स पर रीलीज़ हुई वेब सीरीज़ ख़ाकी द बिहार चैप्टर इन दिनों काफी चर्चा में है। जनता ने इस वेब सीरीज को काफी पसंद भी किया है.हर आदमी वेब सीरीज में दिखाए गए किरदारों की असलियत जानने के लिए परेशान है। क्यूकि वेब सीरीज सच्चाई पर आधारित है।
ख़ाकी द बिहार चैप्टर ' वेब सीरीज आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा की किताब बिहार डायरीज पर आधारित है। वेब सीरीज में दिखाया गया है की कैसे एक जवान आईपीएस अधिकारी का पहला पोस्टिंग बिहार में होता है और वो कैसे बिहार के खुंखार अपराधियों का सामना करता है।
इस वेब सीरीज में दिखाया गया है की कैसे महतो गैंग ने बिहार के एक खास इलाके में अपना वर्चस्व जमाया था और उसे अमित लोढ़ा ने कैसे ख़तम किया।
Khakee The Bihar chapter वेब सीरीज़ अमित लोढ़ा द्वारा लिखी गयी पुस्तक बिहार डायरीज़ से ली गयी है। अगर आप इस पुस्तक को मांगना चाहते है तो निचे दिए गए फोटो पर क्लिक करें और Amazon से आर्डर करें। https://amzn.to/3iWdKOr
वेब सीरीज में आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा को उन्ही के नाम से दिखाया गया है। जबकि और अन्य किरदारों के नाम बदल दिए गए है। अमित लोढ़ा के बाद शो की स्टोरी चन्दन महतो नामक किरदार के चारो तरफ घूमती है जो इस शो का मुख्य किरदार है या यु कहे की विलेन भी है।
कौन था असली चन्दन महतो
सीरीज में दिखाया गया चन्दन महतो गैंग बिहार में सन 2000 में सक्रिय था। जोकि असलियत में अशोक महतो के नाम से जाना जाता है सन 2005 में कांग्रेस के संसद राजो सिंह की हत्या का आरोप इसी गैंग पर लगा था महतो गैंग और अगड़ी जातियों के बीच गैंगवार बिहार के नवादा ,नालंदा ,और शेक्पुरा ज़िले के कई गावौ में फैला हुआ था।
सीरीज में दिखाया गया एक और किरदार जिसका नाम चवनप्राश है असलियत में उसका नाम पिंटू महतो है जो एक दौर में अपराध की दुनिया में काफी बड़ा नाम रहा है। सीरीज में दिखाई गयी ज़यादा तर घटनाएं सचाई पर आधारित है।
सीरीज में जो जेल तोड़ कर भाग ने वाली घटना दिखाई गयी है वो बिलकुल सच्चाई पर आधारित है। यह घटना 23 दिसंबर 2001 की है ,नवादा जेल में बंद अशोक महतो और पिंटू महतो ने जेल तोड़ कर भाग ने की योजना बनाई और सफल भी हुए जिसमे इनके द्वारा भागते समय तीन पुलिस कर्मियों की हत्या भी की गई।पुलिस की जवाबी फायरिंग में तीन बदमाशों की भी मौत हुई थी।
सीरीज में दिखाया गया मानिकपुर नरसंहार भी सच्ची घटना पर आधारित है मानिकपुर नरसंहार की घटना सन 2006 की है। इस नरसंहार से पहले अशोक महतो गैंग के नो लोगो की हत्या नालंदा ज़िले में हो गयी थी। बाद में महतो गैंग ने इस हत्याकांड के लिए एक परिवार पर मुखबिरी का आरोप लगाया था। जिसके बाद महतो गैंग ने बदला लेने के लिए मानिकपुर में इस परिवार के घर में मौजूद सभी लोगो की हत्या कर दी थी।
इस हत्याकांड में तीन बच्चो समेत सात लोगो की हत्या की गयी थी। मानिकपुर के लोगो ने शवों को उठाने से भी इंकार कर दिया था। उस के बाद मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी वहा पहुंचे थे उनके भरोसा देने के बाद ही शवों का अंतिम संस्कार हुआ था। जो की सीरीज में भी दिखाया गया है।
अब कहाँ है अशोक महतो
महतो गैंग का मुख्य सदस्य अशोक महतो कई मुकदमो में नवादा जेल में उम्र कैद की सजा काट रहा है। जबकि पिंटू महतो जोकि सांसद राजो सिंह की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया वो फ़िलहाल तिहाड़ जेल में बंद है।
कहानी के मुख्य किरदार ,नायक आईपीएस अमित लोढ़ा जिन्होंने अपनी सूज बुज और समझदारी से महतो गैंग का सफाया किया जो इस वेब सीरीज में दिखाया गया है। फिलहाल बिहार पुलिस में इंस्पेक्टर जनरल के पद पर तैनात है।
कहानी के मुख्य किरदार ,नायक आईपीएस अमित लोढ़ा जिन्होंने अपनी सूज बुज और समझदारी से महतो गैंग का सफाया किया जो इस वेब सीरीज में दिखाया गया है। फिलहाल बिहार पुलिस में इंस्पेक्टर जनरल के पद पर तैनात है।
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