जीवनभर हमसे अगर कोई ये सवाल करता रहे के आपका सबसे अच्छा दोस्त कौन है तो ये बता पाना बहुत कठिन हो जाता है क्युकी सच तो यही है कि जिंदगी में कब किससे दोस्ती हो जाएं यह मालूम ही नहीं पड़ता। बस कोई अच्छा लगता है और अपना हो जाता है और ज़िन्दगी की आखरी साँस तक ये कर्म चलता रहता है ज़िन्दगी के जिस भी मोड़ पर कोई अनजान व्यक्ति आपके किसी भी काम आजाये बस वो वहीँ से अच्छा दोस्त बन जाता है।
जीवन में दोस्तों की कमी न हो इसके लिए सबसे दोस्ताना व्यवहार करना चाहिए और पूरी ज़िन्दगी दोस्त बनाते रहिये।
अगर आपके पास भी कुछ ऐसे दोस्त मित्र है और आप भी उनके लिए कुछ लाइन लिखना चाहा रहे है मगर आपके ज़ेहन में ये नहीं आ रहा है के क्या लिखू तो आप यहाँ से किसी भी अच्छे से थॉट्स या शेर को चुन कर चिपका दीजिये उसके व्हाट्सप या फेसबुक पर।
सच्चा मित्र स्वार्थ से ऊपर उठकर मित्र को बुराई की राह पर चलने से व गिरते हुए मित्र का हाथ थामकर उसे गिरने से बचाता है।
भटकाने और मौज-मस्ती में साथ देने वाले मित्र कदम-कदम पर मिल जाते हैं, परंतु सही राह दिखाने वाले मित्र बहुत कम मिलते हैं।
आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूं मैं
जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूं मैं।
व्यक्ति को अपने मित्रों का चुनाव सदैव सोच-समझकर करना चाहिए सच्चे मित्र का उपहास कर या किसी भी कारण से उसे खोना नहीं चाहिए।
तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो 'फ़राज़'
दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला।
दोस्त वो होता है जो आपको आप जैसे हैं वैसा होने की पूरी आज़ादी देता है
दोस्ती उनसे रखो जो मुस्कुराते हो सदा, मुस्कुराने की हसी अदायें तुमको भी आ जायेगी
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से।
हफ़ीज़ होशियारपुरी
दोस्त कोई शब्द नहीं, जो मिट जाए। उम्र नहीं, जो ढ़ल जाए। सफर नहीं, जो कट जाये। ये वो खूबसूरत एहसास है जिसके लिए यदि जिया जाए, तो जिन्दगी भी कम का पड़ जाए
असली हीरे की चमक नहीं जाती, अच्छी यादों की कसक नहीं जाती, कुछ दोस्त होते है इतने खास कि दूर होने पर भी उनकी महक कभी नहीं जाती
दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं
दोस्तों की मेहरबानी चाहिए।
एक सच्चा दोस्त , उचित सलाह देता है, सहजता से मदद करता है, आसानी से जोखिम उठाता है, सबकुछ धैर्यपूर्वक सहता है, हिम्मत से बचाव करता है और बिना बदले दोस्ती बरक़रार रहता है
दोस्ती कभी ख़ास लोगों से नहीं होती, जिनसे हो जाती है वही लोग ज़िन्दगी में ख़ास बन जाते है
इसी शहर में कई साल से मिरे कुछ क़रीबी अज़ीज़ हैं
उन्हें मेरी कोई ख़बर नहीं मुझे उन का कोई पता नहीं।
कभी समझाएं नहीं- आपके मित्रों को इसकी ज़रुरत नहीं है और वैसे भी आपके शत्रु आप पर यकीन नहीं करेंगे.
यदि आपके सौ मित्र भी हैं तो भी कम हैं उन्हें निरंतर और बढ़ाओ। यदि आपका एक शत्रु है, तो बहुत ज्यादा है उसे और घटाओ
दोस्त एक ऐसा चोर होता है.. जो आंखो से आंसू, चेहरे से परेशानी, दिल से मायुसी, जिंदगी से दर्द और, हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा लेता है.. जो कहे सच्चे मन से अपना दोस्त,
ऐसा एक दोस्त चाहिए!
हमें तो ना ज़मीन, ना सितारे, ना चांद, ना रात चाहिए।
गालिब
हँसमुख चेहरा एक जादुई आकर्षण हैं, जो हर किसी को मोह लेता है और मित्र बनाता है
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