हमदर्द (Hamdard) एक ऐसा ट्रस्ट, जिसने दवाएं तो दीं, लेकिन साथ में इंसानियत भी दी- जानिये Hamdard के 13 वो कल्याणकारी स्तंभ जिसका लाभ क्या हिन्दू क्या मुस्लिम क्या ईसाई, सब ही ले रहे है।

 हमदर्द एक ऐसा ट्रस्ट, जिसने दवाएं तो दीं, लेकिन साथ में इंसानियत भी दी

हमदर्द के प्रोडक्ट 


जब दवा का नाम आता है, तो सबसे पहले हमारी नज़र उस ब्रांड पर जाती है जो हमारी बीमारी को ठीक कर सके। लेकिन कुछ नाम ऐसे होते हैं जो केवल दवा नहीं देते, बल्कि समाज को सेहत, शिक्षा और इंसानियत का तोहफा भी देते हैं। 'हमदर्द' ऐसा ही एक नाम है एक ट्रस्ट, एक सोच, और एक आंदोलन, जिसने अपनी शुरुआत से ही सेवा को व्यापार से ऊपर रखा।

स्थापना और उद्देश्य

हकीम हाफिज अब्दुल मजीद द्वारा 1906 में दिल्ली में स्थापित हमदर्द, शुरुआत में एक छोटी-सी यूनानी दवाओं की दुकान थी। लेकिन इसका उद्देश्य केवल मुनाफा कमाना नहीं था। इसका मकसद था इंसानियत की सेवा करना, बीमारों का इलाज करना और समाज को बेहतर बनाना। यही सोच 1948 में इसे एक वक्फ यानी ट्रस्ट में बदलने की वजह बनी। इसका सारा मुनाफा अब जनता की सेवा में लगने लगा।

इंसानियत की मिसाल

हमदर्द ट्रस्ट ने यह साबित किया कि व्यापारिक सफलता और सामाजिक जिम्मेदारी साथ-साथ चल सकती हैं।

  • ट्रस्ट के तहत चलने वाले अस्पतालों में कमज़ोर वर्ग के लोगों को मुफ्त इलाज मिलता है।
  • हमीदिया यूनानी कॉलेज, जामिया हमदर्द, जैसे शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से शिक्षा का प्रकाश फैलाया गया।
  • प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देते हुए यूनानी दवाओं को आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़ा गया।

रूहअफ़ज़ा सिर्फ़ एक शरबत नहीं

जब भी गर्मी का मौसम आता है, तो हर भारतीय घर में रूहअफ़ज़ा की याद जाती है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यह सिर्फ़ एक ठंडा पेय नहीं, बल्कि एक यूनानी ज्ञान पर आधारित स्वास्थ्यवर्धक टॉनिक है। यह ब्रांड हमदर्द की पहचान बन चुका है, लेकिन इसकी कमाई का बड़ा हिस्सा आज भी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में लगाया जाता है।

जब ज़रूरत पड़ी, हमदर्द खड़ा रहा

चाहे बाढ़ हो, महामारी हो या कोई अन्य आपदा, हमदर्द ट्रस्ट हमेशा मदद के लिए आगे आया। कोरोना महामारी के दौरान ट्रस्ट ने दवाओं और स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ राहत कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Hamdard के 13 वो कल्याणकारी स्तंभ, जिनके बारे में हर हिंदुस्तानी को पता होना चाहिए क्योंकि इसका लाभ क्या हिन्दू क्या मुस्लिम क्या ईसाई, सब ही ले रहे है। 

1. Jamia Hamdard University

नई दिल्ली स्थित यह यूनिवर्सिटी फार्मेसी, मेडिकल साइंसेज़, IT और मैनेजमेंट में भारत के टॉप संस्थानों में गिनी जाती है।

यहाँ यूनानी और मॉडर्न साइंस का संगम होता है। हजारों छात्र हर साल यहां से एक नई उड़ान भरते हैं। जाकर देख लीजिए यहां सभी धर्म के बालक पढ़ते है।

 2. Hamdard National Foundation

यह ट्रस्ट Hamdard के व्यापार से हुई कमाई को स्कॉलरशिप, स्कूल सहायता, महिला सशक्तिकरण, और स्वास्थ्य शिविरों में लगाता है। खास बात यह है कि शिविर में गैर मुस्लिम की एंट्री प्रतिबंधित नहीं है

 3. Hamdard Education Society

दिल्ली और आसपास के इलाकों में कई स्कूलों को चलाने वाली संस्था, जो शिक्षा को उस बच्चे तक ले जाती है जिसके पास किताबें नहीं थीं। आज बाबा साहब आंबेडकर होते तो अवश्य ही ग्रांट भी दिलवाते।

 Talimabad School – गरीब बच्चों के लिए क्वालिटी एजुकेशन

 Rabea Girls Public School – लड़कियों को आगे बढ़ाने की मजबूत नींव

 4. Majeedia Hospital

यह सिर्फ अस्पताल नहीं, उम्मीद का ठिकाना है।

यहाँ यूनानी और एलोपैथी दोनों के ज़रिए गरीबों का इलाज होता है सस्ते में, भरोसे से।

 5. Hamdard Institute of Medical Sciences & Research (HIMSR)

दिल्ली का एक मॉडर्न मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल, जो WHO और NMC जैसे ग्लोबल स्टैंडर्ड्स को फॉलो करता है।

यहाँ स्वास्थ्य और रिसर्च एक साथ चलते हैं। इसने कभी एलोपैथी को जहर नहीं बोला, ना ही सभी डाक्टर को लुटेरा कहकर दुष्प्रचारित किया

 6. Hamdard Public School

दिल्ली का एक जाना-पहचाना स्कूल जो शिक्षा के साथ नैतिकता भी सिखाता है।

हर बच्चा यहाँ सिर्फ पढ़ता नहीं, इंसान भी बनता है।

 7. Hamdard Study Circle

IAS, UPSC जैसे बड़े सपनों की तैयारी उन युवाओं के लिए जो फीस नहीं भर सकते।

यहाँ से निकले कई अफसर आज देश को चला रहे हैं बिना एक पैसा लिए तैयार किए गए।

 8. महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई, बुनाई, कंप्यूटर ट्रेनिंग, हेल्थ अवेयरनेस जैसे कई प्रोग्राम चलाए जाते हैं।शहर से लेकर गाँव तक

 9. ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा और मुफ्त औषध वितरण

मोबाइल हेल्थ वैन, चैरिटेबल क्लीनिक, और यूनानी इलाज उन गांवों तक जहां डॉक्टर नहीं पहुँचते।

स्वास्थ्य, हर किसी का हक़ है Hamdard इसे साकार करता है।

 10. रिसर्च और नवाचार (Innovation)

Jamia Hamdard की लेबोरेट्रीज़ में कैंसर, डायबिटीज़ और हर्बल मेडिसिन पर गंभीर रिसर्च होती है।

यूनानी और आयुर्वेद को साइंटिफिक वैलिडेशन देने का काम जारी है।

 11. Centre for Federal Studies

यह संस्था भारत की नीतियों, संविधान, सामाजिक न्याय और संघीय ढांचे पर रिसर्च करती है।

यहाँ से निकले छात्र प्रशासन और राजनीति में गहराई से योगदान दे रहे हैं।

 12. पर्यावरण और सस्टेनेबिलिटी

Hamdard की फैक्ट्रियाँ ग्रीन टेक्नोलॉजी से लैस हैं।

प्लास्टिक-फ्री पैकेजिंग, जैविक खेती और पर्यावरणीय संतुलन के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।

 13. Hamdard Laboratories – Healing with Tradition.

Joshina, Sualin, Cinkara – ये दवाएं सिर्फ शरीर नहीं, भरोसे को भी ठीक करती हैं।

यूनानी और आयुर्वेदिक ज्ञान को आधुनिक स्वरूप देना यही Hamdard की आत्मा है।

निष्कर्ष

हमदर्द केवल एक दवा कंपनी नहीं है, यह एक जज़्बा है सेवा का, करुणा का और समाज को बेहतर बनाने का। इसने यह सिखाया कि अगर नीयत नेक हो और मकसद सेवा हो, तो व्यापार भी इबादत बन सकता है।

हमदर्द आज भी अपने नाम के अनुरूप काम कर रहा है "दर्द का हमदर्द" बनकर।


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